मोदी जी जब 'कांग्रेस मुक्त' भारत की बात करते हैं तो मैं अपने खेत की आल पर फैले इस घास को देखने लगता हूँ। हमलोग इसे 'कांग्रेस घास' कहते हैं।
यह घास फसलों और पर्यावरण को तो नुकसान पहुंचाती ही है, इंसानी सेहत के लिए भी खतरनाक है। इसके एक पौधे में 25-30 हजार बीज पैदा होते हैं और हवा के साथ उड़कर ये दूर-दूर तक पहुंच जाते हैं। त्वचा से इन बीजों का संपर्क होने पर ऐसी एलर्जी हो जाती है कि पूछिये मत, खुजलाते रह जाइयेगा।
वैसे इस घास का वैज्ञानिक नाम 'पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस' है। यह एक खरपतवार है। इसे कांग्रेस घास के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि यह 1950 के दशक में कांग्रेस के शासन के दौरान अमेरिका से मिले पीएल-480 किस्म के गेहूं के साथ भारत आई थी।
पता नहीं 2014 से 2019 के बीच मोदी जी कभी इस घास को खत्म करने के लिए कृषि मंत्री जी बात किये थे कि नहीं 😀
#ChankaResidency
1 comment:
बहुत शानदार झा जी
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