मंगलवार तड़के लगभग चार बजे कैप्टन प्रभात गोयल मस्कट से सीधे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। गोयल बेहद भावुक साथ ही सहमे भी दिख रहे थे। दो महीने तक जलदस्युओं ने इन्हें और स्टॉल्ट वेलर मालवाहक जहाज के २२ सदस्यों को अगवा कर रखा था।
भावुक और खासा थके दिख रहे गोयल ने कहा कि दो महीने के अनुभव को वे कभी नहीं भूल सकते।
सुबह जब ऑफिस पहुंचा तो यही रिपोर्ट बना रहा था.......सचमुच क्या अनुभव कर रहे होंगे कैप्टन गोयल......
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