हिंदी ब्लॉग की दुनिया में साहित्य, सिनेमा, राजनीति, संगीत आदि पर तो कई ब्लॉग मौजूद हैं और सक्रिय रूप से काम भी कर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों को समेटे ब्लॉग की संख्या काफी कम है। हाल ही में हिंदी ब्लॉग जगत में कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के उदेश्य से 'इंद्रधनुष' नामक ब्लॉग का प्रवेश हुआ है।
यह ब्लॉग कई मायनों में अन्य ब्लॉगों से अलग है। कैंसर से जुड़ी जानकारियों से लेकर इससे जुड़ी गलत अवधारणाओं के बारे में भी यहां जानकारियां दी जा रही हैं। जहां ब्लॉग का नाम 'इंद्रधनुष' रखा गया है, वहीं इसका परिचय इस प्रकार दिया गया है- "यह ब्लॉग उन सबका है जिनकी जिंदगियों या दिलों के किसी न किसी कोने को कैंसर ने छुआ है।"
ब्लॉग में कैंसर से जुड़े तमाम पक्षों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया है। मसलन कैंसर के बारे में लोगों में कितनी सारी गलतफहमियां फैली हुई हैं। ब्लॉग के एक पोस्ट में लिखा गया है कि कैंसर का नाम सुनकर आम तौर पर लोगों के मन में तरह-तरह के ख्याल आते हैं। ज्यादातर लोग इसे जान लेने वाली, कष्टदायक, खर्चीले और लंबे इलाज वाली बीमारी के रूप में जानते हैं। ब्लॉग में कहा गया है कि समाज में इस बीमारी के बारे में जानकारी का स्तर काफी कम है।
इस ब्लॉग को शुरू करने वाली आर. अनुराधा कैंसर को लेकर एक पुस्तक भी लिख चुकी हैं। 'इंद्रधनुष के पीछे-पीछे- एक कैंसर विजेता की डॉयरी'। पुस्तक की तरह इस ब्लॉग में भी अनुराधा इस बीमारी से जुड़े तमाम पक्षों पर रोशनी डालने में जुटी हुई हैं। 'कैंसर क्या नहीं है' नामक एक पोस्ट में अनुराधा ने इस बीमारी से जुड़ी गलतफहमियों पर महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। स्तन कैंसर से जुड़ी गलत अवधारणाओं को लेकर उन्होंने कई बातों पर प्रकाश डाला है।
अनुराधा अपने पहले पोस्ट 'शुरुआत से पहले' में कहती हैं, "उम्मीदों के इस इंद्रधनुष के पीछे चलते जाना होता है, सभी को। इसके हल्के-गहरे, धुंधले-उजले, छुपते खिलते रंगों में कोई अंधियारा रंग किसी वक्त आपको ढक लेता है तो कोई आपके सामने अड़ जाता है बेमानी जिद सा।"
3 comments:
प्रशंसनीय और अति आवश्यक कदम। बधाई।
बहुत सार्थक पहल है. बधाई.
वाकई यह अच्छी शुरुआत है । इस ब्लॉग का लिंक 'चोखेर बाली ' के साइड बार मे भी उपलब्ध है -एक कैंसर विजेता की डायरी ।
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