Monday, October 27, 2008

नेता भी बना रहे हैं संस्थान

चलिए आज कुछ अलग बात करते हैं। एक खबर मिली तो सोचा आप भी इसे पढ़े। दरअसल, जब हर विषय की पढ़ाई के लिए शिक्षण संस्थाएं खोली जा रही है तो भला नेताजी बनने के लिए संस्थाएं क्यों न खोली जाए। तो पढिए और यदि बनना हो नेता तो बेंगलुरू जाइए।

यूं तो अनेक संस्थानों में इतिहास, राजनीति विज्ञान, कानून और गांधीवाद के सिद्धांत आदि पढ़ाए जाते हैं लेकिन एक संस्थान ऐसा भी है जो आपको राजनीति में अपना करियर बनाने में मदद करता है।
इस संस्थान में कक्षाएं सिर्फ रविवार को आयोजित की जाती हैं और तीन महीने के कोर्स का शुल्क 5,000 रुपये निर्धारित किया गया है। यहां अतिथि व्याख्याताओं के रूप में राजनीतिज्ञों को ही आमंत्रित किया जाता है।


वर्तमान में संस्थान में 35 विद्यार्थी हैं जिन्हें नेताओं के कपड़े पहनने उनके बाल संवारने और यहां तक कि दाढ़ी के अद्यतन स्टाइल से भी परिचित कराया जाता है। विद्यार्थियों को सार्वजनिक भाषण देने की कला में भी पारंगत किया जाता है।


संस्थान के प्रवर्तकों में से एक जी. बी. राजू ने कहा, "छात्रों को न केवल इतिहास, कानून और राजनीति विज्ञान पढ़ाया जाएगा बल्कि उन्हें नेताओं के हाव भाव तथा उनके व्यक्तित्व की अन्य बातों से भी अवगत कराया जाएगा।"


राजू ने बताया कि पहले बैच में आईटी क्षेत्र के धुरंधरों, बेरोजगार युवाओं और पहले से राजनीति के अखाड़े में उतर चुके लोगों ने दाखिला लिया है।


संस्थान का पाठ्यक्रम बेंगलुरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने तैयार किया है और अभी तक इसे किसी विश्वविद्यालय की मान्यता प्राप्त नहीं है।

2 comments:

दिनेशराय द्विवेदी said...

चलो कुछ तो सीख कर पैदा होंगे।

दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ...
दीवाली आप और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए।

seema gupta said...

दीप मल्लिका दीपावली - आपके परिवारजनों, मित्रों, स्नेहीजनों व शुभ चिंतकों के लिये सुख, समृद्धि, शांति व धन-वैभव दायक हो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ इसी कामना के साथ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ दीपावली एवं नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं