एक बार मक्खियों ने परवाने पर दावा ठोक दिया और परवाने के बादशाह से कहा कि हमारे पास भी पर हैं, उड़ना जानते हैं..आप मुझे परवाना मान लो..
परवाने ने कहा - “ठीक है! जाओ और रोशनी तलाश लाओ, परवाने का काम तो केवल रोशनी की तलाश करना है।”
मक्खियां गईं और फौरन 10 मिनट में उड़ कर आ गईं, और बताया कि फलाने जगह दीप जलाए जा रहे थे, फलाने जगह ऐसी रोशनी थी, आदि-आदि।
इसके बाद मक्खियों ने परवाने के बादशाह से कहा- “बादशाह, अब आप फैसला दें। वैसे आपके परवाने तो अबतक नहीं आए है।”
मक्खियों की बातें ध्यान से सुनने के बाद परवाने के बादशाह ने कहा- “मुर्खों फैसला तो हो गया, अरे ! जिसे रोशनी मिल गई हो उसे वापस आने कि क्या जरुरत है! “
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