Sunday, May 31, 2020

जिसे रोशनी मिल गई हो उसे वापस आने कि क्या जरुरत है!

एक बार मक्खियों ने परवाने पर दावा ठोक दिया और परवाने के बादशाह से कहा कि हमारे पास भी पर हैं, उड़ना जानते हैं..आप मुझे परवाना मान लो..

परवाने ने कहा - “ठीक है! जाओ और रोशनी तलाश लाओ, परवाने का काम तो केवल रोशनी की तलाश करना है।”
मक्खियां गईं और फौरन 10 मिनट में उड़ कर आ गईं, और बताया कि फलाने जगह दीप जलाए जा रहे थे, फलाने जगह ऐसी रोशनी थी, आदि-आदि।

इसके बाद मक्खियों ने परवाने के बादशाह से कहा- “बादशाह, अब आप फैसला दें। वैसे आपके परवाने तो अबतक नहीं आए है।” 

मक्खियों की बातें ध्यान से सुनने के बाद परवाने के बादशाह ने कहा- “मुर्खों फैसला तो हो गया, अरे ! जिसे रोशनी मिल गई हो उसे वापस आने कि क्या जरुरत है! “

No comments: