Monday, April 06, 2020

पूछो सवाल खुद से

पटाखे की आवाज़
जब भी सुनाई देगी
दौड़ कर आइने के पास
चला जाऊंगा
पूछूंगा खुद से
जब दुनिया
एक जैसी बीमारी से
लड़ रही था,
जब लोग मर रहे थे,
पड़ोस में कोई बीमार था
तब तुम्हारे भीतर किस रंग में
प्रवेश करता है
एक उत्सव
और तुम नाचते गाते
फोड़ने लगते हो पटाखे।
क्या पटाखे फोड़ कर
नींद आई थी तुम्हें?

1 comment:

सुशील कुमार जोशी said...

खुर्राटे मार कर सोये होंगे।