पीपल एंड द प्रेस के प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक 63 फीसदी अमेरिकी मानते हैं कि ज्यादातर खबरें सच नहीं होती। इसके पहले प्यू ने ऐसा सर्वेक्षण 1985 में कराया था। तब ऐसा मानने वाले लोग 34 फीसदी ही थे। जबकि 74 फीसदी ने कहा कि मीडिया किसी भी मुद्दे से जुड़े केवल एक पहलू को दिखाता है। दो साल पहले के मुकाबले यह 66 प्रतिशत ज्यादा है।
प्यू सेंटर के निदेशक एंड्रयू कोहुट ने कहा कि लोगों में मीडिया के प्रति ऐसी धारणा दिनों दिन मजबूत होती जा रही है। सर्वे के परिणाम से संकेत मिलते हैं कि अमेरिका के अखबार और प्रसारणकर्ता दर्शकों को खींचने के लिए ऐसा कर रहे हैं। अमेरिका की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को देखते हुए माना जा रहा है कि मीडिया ऐसा करने पर मजबूर है।
प्यू रिसर्च सेंटर के सह निर्देशक माइकल डिमोक ने बताया कि सर्वे में इस्तेमाल की गई प्रश्नावली से यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि लोगों की ऐसी धारणा से मीडिया को कितना नुकसान हो रहा है।
आप पूरी रपट यहां पढ़ सकते हैं । यहां आप इस संबंध में विस्तृत आंकड़े देखिए और जानकारी बढ़ाने की कोशिश करें। इस रपट के बारे में जानकारी जागरण डॉट कॉम और वेबदुनिया के जरिए मिली।
3 comments:
america ke log maante hai aur yaha hum mahsoos karte hai.
विनीत की बात से बिल्कुल सहमत हूं। पर पत्रकार क्या करें, अखबार का मालिक कहता है कि जैसा कहा जाए वैसा करो।
hi,
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thnx,
tarun sharma
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