बिहार काडर की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी बंदना प्रेयशी द्वारा पत्रकारों को दलाल कहने पर राज्य में हंगामा खड़ा हो गया है। हाल ही में सीवान की जिलाधिकारी के पद पर आसीन होने के बाद प्रेयशी ने एक पत्रकार सम्मेलन में कहा, "पत्रकार दलाल हैं। मैं बाढ़ (पटना के अंतर्गत सब-डिवीजन) के अपने अनुभव के आधार पर यह कह सकती हूं।"
सीवान में जिलाधिकारी का पद संभालने से पूर्व प्रेयशी बाढ़ क्षेत्र की उप-जिलाधिकारी थीं।
उनके शब्दों में, "बाढ़ के कुछ पत्रकार दलाल हैं। वह अपने मुनाफे के लिए कुछ भी काम मिलने पर खुश रहते हैं। यदि उन्हें काम नहीं मिलता तो वह प्रशासन के बारे में कुछ भी लिख देते हैं। मैं नहीं जानती कि यहां भी ऐसा ही चल रहा है या नहीं।"
मामले को राजनीतिक रंग देते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता श्याम रजक ने कहा कि यह प्रकरण मौजूदा सरकार में नौकरशाहों द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों और पत्रकारों को तंग करने को मिली छूट का आदर्श उदाहरण है।
उधर कांग्रेसी नेता प्रेमचंद मिश्र ने प्रेयशी का फौरन तबादला किए जाने की मांग की है। जिलाधिकारी के बयान के बाद बिहार कार्यकारी पत्रकार संघ ने उनसे माफी मांगने की मांग की है और राज्य सरकार से उन पर पत्रकारों को बदनाम करने के आरोप में मामला दर्ज करने को कहा है।
3 comments:
ग़लत कहा नहीं, लेकिन कहा यही ग़लत किया.
सच बोलने की कीमत तो चुकानी ही पड़ती है।
Post a Comment