गाम घर में इस बार चुनाव को लेकर बातचीत अभी शुरू नहीं हुई है। लोग बाग में अजीब तरह की चुप्पी दिख रही है। एक तो मौसम की मार है, मानसून अपने विदाई के वक़्त बिहार में अलग ही माहौल बनाए हुए है।
आज हफ़्ते भर बाद धूप दिखी है। शहर में जल जमाव तो गाम में हाइब्रीड धान की बरबादी दिख रही है।
देश के अन्य हिस्सों की तरह बिहार के किसानों के मन में किसान बिल को लेकर गुस्सा दिख नहीं रहा है। चुनाव की सरगर्मी अभी जमीन पर नहीं बल्कि पार्टी में दिख रही है।
टिकट को लेकर गरम नरम का भाव अभी दिख रहा है। पूर्णिया जिला के अलग अलग विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवारी को लेकर हर एक नेता कोरोना पोजिटिव की तरह बर्ताव कर रहा है। हर कोई मानो खुद को आइसोलेशन वार्ड में महसूस कर रहा है। दल की सीमा हर दूसरा नेता तोड़ने को बेताब है।
गाम के हाट बाजार में लोकल नेता सब दिख जाते हैं। मास्क पहने लोग हर किसी को शंका की निगाह से देख रहा है।
सुबह अब कुहासा दिखने लगा है, ऐसा लग रहा है कि चुनाव की तारीख से पहले नेताजी सबको सर्दी वाला कपड़ा पहना पड़ेगा।
पार्टी सब का सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। मोबाइल इस बार वोटर तक पहुंचने का बड़ा जरिया बन सकता है। गाम के अरुण वासुदेव को इस बार सोशल मीडिया वाला चुनाव समझ में आने लगा है। उसका लड़का स्मार्ट फोन पर नेता सबका भाषण सुना रहा है। अरुण ने एक नया शब्द सीखा है - टीटर ! ( ट्विटर) , अरुण ने कहा -" मेरा लड़का हमको दिखाया कि तीर, कमल , लालटेन सब टीटर पर बात करता है!"
एक चीज जो शुरूआत में दिख रहा है, वह है मोदी की बात। ऐसे में अभी कहानी कई रंग में सामने आएगी, देखते हैं चुनाव का शोभा सुंदर ' हेलीकॉप्टर, रैली..' किस अंदाज में होता है, कौन सब क्या क्या बोलता है ।
#चुनावीबतकही - 2
#BiharElections2020
सर आपका ब्लॉग पढ़ कर बहुत ही आनंद मिलता है।
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