tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post9185417094094303605..comments2024-03-27T23:27:13.656+05:30Comments on अनुभव: यूं होता तो क्या होताGirindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttp://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-75989203424908723182011-03-26T21:31:06.198+05:302011-03-26T21:31:06.198+05:30“ना था कुछ तो खुदा था, कुछ ना होता तो खुदा होता। ड...“ना था कुछ तो खुदा था, कुछ ना होता तो खुदा होता। डूबोया मुझको होने ने, ना होता मैं तो क्या ... ना होता”prabhat gopalhttps://www.blogger.com/profile/04696566469140492610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-54868350520961228392011-03-25T21:53:23.283+05:302011-03-25T21:53:23.283+05:30गालिब ने तो हार जीत का अंतर ही खत्म कर दिया। सुख ...गालिब ने तो हार जीत का अंतर ही खत्म कर दिया। सुख का मजा तो दुख के बाद आता है हमेशा सुखी रहो तो सुख का मजा ही खत्म हो जाता है। उम्मीद है। आगे मिलने वाली जीत शायद आस्ट्रेलिया को ज्यादा अच्छी लगेगी। मुझे ये टीम बहुत पसंद है। जो आखिरी वक्त में भी लड़ती और जूझती है अपने देश और टीम के लिए। इस टीम का हर प्लेयर सिर्फ टीम के लिए खेलता है अपने शतक के लिए नहींManish Sachanhttps://www.blogger.com/profile/17245918114331081800noreply@blogger.com