tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post868979567296577660..comments2024-03-27T23:27:13.656+05:30Comments on अनुभव: आत्मालापGirindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttp://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-68199194283906589972009-11-30T10:28:11.454+05:302009-11-30T10:28:11.454+05:30चुप रहना और ठहरना दोनों अलग-अलग कैसे है गिरींद्र म...चुप रहना और ठहरना दोनों अलग-अलग कैसे है गिरींद्र मुझे तो लगता है कि अपन चुप इसलिए रहते हैं क्योंकि हमें मजबूरन कहीं ठहरना होता है ।संदीप कुमारhttps://www.blogger.com/profile/01263206934797267503noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-38229652955748242942009-11-30T02:17:24.323+05:302009-11-30T02:17:24.323+05:30चुप रहना और ठहरना
दो अलग चीजें हैं।
दोनों को एकाका...चुप रहना और ठहरना<br />दो अलग चीजें हैं।<br />दोनों को एकाकार करना सीख रहा हूं।<br /><br />-ओह!! क्या बात है दार्शनिक चिन्तन चल रहा है भाई..सब ठीक ठाक तो है..बड़ी उम्दा रचना दे गये, वाह!!<br /><br /><br />बधाई स्वीकारो, मित्र.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-55241181577964871682009-11-29T18:21:16.263+05:302009-11-29T18:21:16.263+05:30वाह गिरिन्द्र जी ,
बहुत ही भावपूर्ण रचना लिखी है ....वाह गिरिन्द्र जी ,<br />बहुत ही भावपूर्ण रचना लिखी है ..शुभकामनाएं <br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-9408965343567708922009-11-29T18:02:45.206+05:302009-11-29T18:02:45.206+05:30भाई !
पहली बार आपकी कविता से गुजरा हूँ ...
आप तरीक...भाई !<br />पहली बार आपकी कविता से गुजरा हूँ ...<br />आप तरीके से अपनी बात कह जाते है , यह एक अच्छी कला आपके पास है |<br />और समय निकल कर आपकी और कवितायेँ देखूंगा ...<br />यह कविता भी अच्छी लगी ...<br />एक बड़ी आत्मीय - सी यानी निजी कविता , परन्तु इसकी स्फीति व्यापक है ...<br />बधाई... ...Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.com