tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post6368982517557506827..comments2024-03-27T23:27:13.656+05:30Comments on अनुभव: बाबूजी की आंखेंGirindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttp://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-21502983259977181602014-06-25T18:15:02.569+05:302014-06-25T18:15:02.569+05:30जीवन है झा जी...जो सम्मुख आए, स्वीकार करना पड़ता ह...जीवन है झा जी...जो सम्मुख आए, स्वीकार करना पड़ता है।<br />बाबूजी की आंखों ने भी कितने बसंत-पतझड़ देखे होंगे, जीवन के कितने कड़वे व मीठे उतार-चढ़ाव का रसास्वादन किया होगा; आज उन आंखों से बहते आंसुओं में न जाने कितने रंग हैं, कितनी तस्वीरें हैं, उसको दिखिएगा तो कहीं आपकी भी तस्वीर नजर आएगी।<br />आपने उन आंसुओं के कई आयामों को निरखा है, अच्छा लगा.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-91177206386460103382014-06-25T18:14:58.591+05:302014-06-25T18:14:58.591+05:30जीवन है झा जी...जो सम्मुख आए, स्वीकार करना पड़ता ह...जीवन है झा जी...जो सम्मुख आए, स्वीकार करना पड़ता है।<br />बाबूजी की आंखों ने भी कितने बसंत-पतझड़ देखे होंगे, जीवन के कितने कड़वे व मीठे उतार-चढ़ाव का रसास्वादन किया होगा; आज उन आंखों से बहते आंसुओं में न जाने कितने रंग हैं, कितनी तस्वीरें हैं, उसको दिखिएगा तो कहीं आपकी भी तस्वीर नजर आएगी।<br />आपने उन आंसुओं के कई आयामों को निरखा है, अच्छा लगा.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-42489696983471303472014-06-25T18:10:48.432+05:302014-06-25T18:10:48.432+05:30This comment has been removed by the author.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-54743086270616130992014-06-25T18:10:48.036+05:302014-06-25T18:10:48.036+05:30This comment has been removed by the author.Anonymousnoreply@blogger.com