tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post3369044078020854616..comments2024-03-27T23:27:13.656+05:30Comments on अनुभव: धक्के का समाजशास्त्र- आप बतकही के मुड में हैं क्याGirindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttp://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-11154318724884986332007-06-26T17:21:00.000+05:302007-06-26T17:21:00.000+05:30क्या खूब लिखा है आपने....धक्के से सीख मिलती है..ले...क्या खूब लिखा है आपने....धक्के से सीख मिलती है..लेकिन हर धक्के से अलग-अलग सीख। जैसा आपने लिखा है “कुछ इस धक्के को सुख भी मानते हैं...” वो समय ढ़ूंढ़ के धक्के खाने जाते हैं चाहे वो पाकेटमार भैया हो या कोमल स्पर्श की चाह रखनेवाले मनचले आशिक वहीं कई इस धक्के के डर से घंटों एक ही जगह बैठे रह जाते हैं...फिर तो वे कुछ सीखने या सुख लेने से रहे.....है न ?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-44252375453781290572007-06-25T21:37:00.000+05:302007-06-25T21:37:00.000+05:30अच्छा धक्का दिया आपने। संभलने में कुछ वक्त लग गया।...अच्छा धक्का दिया आपने। संभलने में कुछ वक्त लग गया।Satyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-84471155158453254992007-06-25T21:28:00.000+05:302007-06-25T21:28:00.000+05:30सच मेम जब कभी मुम्बई आओगे तो पता चलेगा कि रे-लम-पे...सच मेम जब कभी मुम्बई आओगे तो पता चलेगा कि रे-लम-पेल किसे कहते हैं।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-71897268640357511882007-06-25T19:05:00.000+05:302007-06-25T19:05:00.000+05:30बहुत बढ़िया धक्का शास्त्र. अब रिपोर्ट का इंतजार लगव...बहुत बढ़िया धक्का शास्त्र. अब रिपोर्ट का इंतजार लगवा दिया-आते ही बताना जरुर.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-3878296907267058122007-06-25T18:26:00.000+05:302007-06-25T18:26:00.000+05:30आप दिल्ली की बात कर रहे हैं । किसी दिन हम भी बंबई...आप दिल्ली की बात कर रहे हैं । किसी दिन हम भी बंबई के धक्कों से आपको परिचित करायेंगे । और आपको ये भी बतायेंगे कि क्यों यहां की एक जगह का नाम है भाऊचा धक्काYunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-18974769397050149732007-06-25T14:06:00.000+05:302007-06-25T14:06:00.000+05:30मजा आ गया ....मजा आ गया ....Anonymousnoreply@blogger.com