tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post179984036182288629..comments2024-03-27T23:27:13.656+05:30Comments on अनुभव: मिथिला की संस्कृति और लोकगीतGirindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttp://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-85757583559839484102007-02-27T16:55:00.000+05:302007-02-27T16:55:00.000+05:30बन्धु ! क्या बात है?आपकी कृति अति प्रसंशनीय है,मै ...बन्धु ! <BR/>क्या बात है?<BR/>आपकी कृति अति प्रसंशनीय है,<BR/>मै अपने सम्पूर्ण आँफिस की तरफ से आप से भविष्य में इसी प्रकार के उत्तम लेख की कामना करता हूँ।<BR/>जय माता दी।<BR/><BR/> --- विनीत कुमार गुप्ता<BR/> Software Engineer<BR/> ( Samtech Infonet Ltd.)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14876459691460178747noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-25683445505670129482007-02-22T17:44:00.000+05:302007-02-22T17:44:00.000+05:30आप सभी को शुक्रिया की आपको मेरा यह नया प्रयोग अच्छ...आप सभी को शुक्रिया की आपको मेरा यह नया प्रयोग अच्छा लगा. दरअसल ब्लाग में दूसरों के अनुभवों को स्पेस देने से उसकी बातों को एक प्लेटफार्म मिलती है, ऐसा मेरा मानना है.<BR/><BR/>(विजय भाई अभी और भी पाती देंगे अनुभव को,)<BR/><BR/>आप सबों को धन्यवाद.Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttps://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-79630576854501262382007-02-22T12:04:00.000+05:302007-02-22T12:04:00.000+05:30इनसे जुड़ने के बाद ना केवल हम अपनी संस्कृति के कर...इनसे जुड़ने के बाद ना केवल हम अपनी संस्कृति के करीब आते हैं, बल्कि हम रिश्तों की मिठास को भी पहचानते हैं।<BR/><BR/>so, please Boys and girls really appreciate to Our Both Friend <BR/>Mr. Vijay and Mr. Girinder .<BR/><BR/>and i wish u all the best for ur career.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-71011209764808138462007-02-22T09:54:00.000+05:302007-02-22T09:54:00.000+05:30पढ़ने के बाद मिथिला के संस्कृति से पुनः साक्षात्का...पढ़ने के बाद मिथिला के संस्कृति से पुनः साक्षात्कार हो गया.. गीत तो जड़ना तो मस्त था.. वास्तव में रस में डूब गया था मैं... अति सुन्दर ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-38990763526104389832007-02-21T22:25:00.000+05:302007-02-21T22:25:00.000+05:30सच कहूं प्यारे गीत थे.. बहुत दिनों बाद मैथिली सुनन...सच कहूं प्यारे गीत थे.. बहुत दिनों बाद मैथिली सुनने को मिली..Monika (Manya)https://www.blogger.com/profile/02268500799521003069noreply@blogger.com