tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post116879274738615129..comments2024-03-27T23:27:13.656+05:30Comments on अनुभव: तो मैं जिंदा रहुंगा....Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झाhttp://www.blogger.com/profile/12599893252831001833noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1169621028339916102007-01-24T12:13:00.000+05:302007-01-24T12:13:00.000+05:30वाह गिरीन्द्र जी !मेरी जिन्दगी भी बेचकरअपनी आंखों ...वाह गिरीन्द्र जी !<BR/>मेरी जिन्दगी भी बेचकर<BR/>अपनी आंखों में डालने को<BR/>हो सके तो कुछ पानी खरीद लेना....<BR/>......<BR/>चले थे वो मुझे मारने हाथों में कटार लिए<BR/>हमने तो हाजिर कर दी जिंदगी अपनी।<BR/> --- विजयAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1168874904582912462007-01-15T20:58:00.001+05:302007-01-15T20:58:00.001+05:30कविता के मर्म में हीं इसकी मार्मिकता छुपीहै और यही...कविता के मर्म में हीं इसकी मार्मिकता छुपी<BR/>है और यही सुंदरता है...जनाब तुमने तो<BR/>संदेश दे डाला जो आज तक सरकार नहीं<BR/>दे पायी॥इस कविता को मात्र यहाँ नहीं <BR/>National Awareness Programme में लाया जाना चाहिए.very-2 good u hv a spark...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1168874902798606552007-01-15T20:58:00.000+05:302007-01-15T20:58:00.000+05:30कविता के मर्म में हीं इसकी मार्मिकता छुपीहै और यही...कविता के मर्म में हीं इसकी मार्मिकता छुपी<BR/>है और यही सुंदरता है...जनाब तुमने तो<BR/>संदेश दे डाला जो आज तक सरकार नहीं<BR/>दे पायी॥इस कविता को मात्र यहाँ नहीं <BR/>National Awareness Programme में लाया जाना चाहिए.very-2 good u hv a spark...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1168839720727306862007-01-15T11:12:00.000+05:302007-01-15T11:12:00.000+05:30आपकी कविता पढी. ये बहुत ही अच्छा है कि आपने मौजूं ...आपकी कविता पढी. ये बहुत ही अच्छा है कि आपने मौजूं विषय पर कलम चलाने की कोशिश की है. कविता अच्छी बन भी पडी है. लेकिन एक बात मं समझना चाहता हूं कि निठारी जैसे शातिर मसलों का समाधान क्या इतने भावनात्मक तरीक़े से संभव है?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1168827860543067512007-01-15T07:54:00.000+05:302007-01-15T07:54:00.000+05:30ह्रदय के भावों को ज्यों का त्यों रख दिया है आपने ।...ह्रदय के भावों को ज्यों का त्यों रख दिया है आपने ।<BR/><BR/>बधाई !!<BR/><BR/>रीतेश गुप्ताAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1168813764228530342007-01-15T03:59:00.000+05:302007-01-15T03:59:00.000+05:30मार्मिक चित्रण.मार्मिक चित्रण.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-23741193.post-1168800116358438492007-01-15T00:11:00.000+05:302007-01-15T00:11:00.000+05:30निठारी कांड को बहुत ही मार्मिक रूप से शब्दों में प...निठारी कांड को बहुत ही मार्मिक रूप से शब्दों में पिरोया आपने<BR/>आश्चर्य है इस जैसे और भी कांड सामने आ रहे हैं।bhuvnesh sharmahttps://www.blogger.com/profile/01870958874140680020noreply@blogger.com